पिथौरा, कल गणेश चतुर्थी के लिए बिकने आयी गणपति मूर्तिया इस बार पहले से करीब दोगुने दर पर बिक रही,,,,,दाम बढाने के पीछे का कारण लोगो की पसंद से फैंसी मूर्तिया तैयार करना बताया ,,,,,

पिथौरा, कल गणेश चतुर्थी के लिए बिकने आयी गणपति मूर्तिया इस बार पहले से करीब दोगुने दर पर बिक रही,,,,,दाम बढाने के पीछे का कारण लोगो की पसंद से फैंसी मूर्तिया तैयार करना बताया ,,,,,

      आज तीज के दिन कल चतुर्थी को ग्यारह दिनों के लिए विराजित होने वाले गणपति करीब दोगुने महंगे हो गए है।ज्ञात हो कि गणपति मूर्तियों के निर्माण हेतु नगर एवम आसपास के मिट्टी के मटके एवम अन्य मिट्टी के खिलौने बनाने वाले कुम्हारो ने इस वर्ष बड़े शहरों में बनने वाली फैंसी गणपति की मूर्तियों को टक्कर दी है।मात्र मिट्टी से ही पर्यावरण सुरक्षित रखने हेतु ये मूर्तिया बनाई जाती है।एक मूर्तिकार सीताराम प्रजापति ने बताया कि उनका पूरा परिवार विगत चार माह से गणपति की मूर्ति बनाने में जुटे है।प्रतिवर्ष लगातार फैंसी गणपति मूर्ति की मांग को देखते हुए सभी मूर्तिकारों ने कुछ नए कलेवर में मूर्तिया तैयार कर इन्द्रधनुसी रंगों से इन्हें रंगा भी है।एक अन्य मूर्तिकार युवक प्रकाश प्रजापति ने बताया कि इस वर्ष रंगों की भारी भरकम कीमत एवम अन्य उपयोग में लायी जाने वाली सामग्री की दरों में खासी वृद्धि हुई है लिहाजा मूर्तियों का दाम बढाना लाजिमी हो गया था।इस वर्ष छोटे साधारण गणपति की मूर्ति जो पूर्व में 50 से 100 रुपये तक बेचते थे।अब वही मूर्ति 150 से 200 रुपये तक बेची जा रही है।इसके अलावा फैंसी मध्यम साइज की मूर्तियों को 600 से 1500 तक के दाम में बेची जा रही है।इतनी मूल्यवृद्धि के बाद भी मूल्यवृद्धि पर थोड़ा आक्रोश व्यक्त करते हुए श्रद्धालु गणपति मूर्ति खरीद रहे है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ