https://ift.tt/Mba9xDg News: उस समय आदिमानव इन उपकरणों को शिकार और दैनिक जीवन में उपयोग करते होंगे. पुरातत्व विशेषज्ञों के मुताबिक, हजारों साल पहले यह गुफा आदिमानवों का आश्रय स्थल रही होगी. बाद में जब मानव बस्तियां विकसित हुईं और आसपास के क्षेत्रों में गांव बसने लगे, तो इस गुफा को ‘भालमाड़ा गुफा’ के नाम से जाना जाने लगा.
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