कसडोल: वन्यजीवों शिकार के प्रयास कर रहे दो आरोपियों को भेजा जेल - वन विभाग की बड़ी कार्यवाही ,,,,,
शिकारियों से वाहन , बंदूक और सामग्री जप्त की ।
कसडोल : दिनांक 24.05.2025 को बलौदा बाजार वन विभाग के टीम द्वारा गणवीर धम्मशील वनमंडलाधिकारी बलौदाबाजार के निर्देशन और अधीक्षक महोदय बारनवापारा आनंद कुदरीया उप वनमंडलाधिकारी महोदय कसडोल अनिल वर्मा जी, गजेन्द्र वर्मा जी स.व.सं. प्रशिक्षु के मार्गदर्शन एवं परिक्षेत्र अधिकारी कोठारी जीवन लाल साहू के नेतृत्व में वन्य प्राणियों की शिकार हो करने के प्रयास में है दो आरोपियों को गिरफ़्तार कर वन संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई ।
वन विभाग की टीम द्वारा वन एवं वन्यप्राणियों के सुरक्षा हेतु रात में वन गश्त के दौरान परिक्षेत्र कोठारी बारनवापारा अभ्यारण्य क्षेत्र के कक्ष क्रमांक 223 पूर्व कोठारी एवम् परिक्षेत्र सोनाखान के नवागांव के आरक्षित वन क्षेत्र में कक्ष क्रमांक 247 वनोपज जांच नाका नवागांव में रात्रि 10:30 बजे कोठारी क्षेत्र से आ रहे मारुति वेगन आर वाहन को रोककर जांच किया गया। जिसमें 1.बंटी कुमार मैथ्यूज वल्द आर्थर बेंजामिन ग्राम कटगी तहसील कसडोल जिला बलौदाबाजार (छ.ग़) 2.सुरेंद्र फरमान दास वल्द राजेंद्र कुमार दास सुभाष ब्लॉक SECL कॉलोनी कोरबा जिला कोरबा के द्वारा अपने वेगन आर क्रमांक CG-12-AU - 1332 के अन्दर एयर गन , टॉर्च, 2नग मोबाइल आदि सामग्री बरामद हुई।
आरोपियों आरोपियों द्वारा उक्त सामग्री को बारनवापारा अभ्यारण्य क्षेत्र में शिकार करने के उद्देश्य से रखा गया था जिसको वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 एवम् आयुध अधिनियम 1959 के तहत कार्यवाही किया गया। उपरोक्त दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय प्रथम श्रेणी बलौदाबाजार के समक्ष प्रस्तुत किया गया। माननीय न्यायालय बलौदाबाजार के द्वारा दोनों आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल दाख़िला किया गया।
वनमंडलाधिकारी के निर्देशन पर लगातार वन और वन्यजीव अपराध पर कड़ी निगरानी कार लगातार कार्रवाई की जा रही है। धम्मशील ने सभी जागरूक वन्य प्रेमियों /नागरिकों से अपील की है कि वे वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए शिकार जैसे अन्य अपराधों को रोकने के लिए वन विभाग को तत्काल सूचित करे ।
इस कार्यवाही में महेंद्र लाल यादव, योगेश कुमार साहू, बिमलेश वर्मा, बुद्धेश्वर दिवाकर, खगेश्वर ध्रुव, भूपेन्द्र बंजारे तथा सुरक्षा श्रमिकों एवम् स्थानीय ग्रामीणों का विशेष योगदान रहा।
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